भगवान इस जगत के कण कण में विद्यमान है।
-अज्ञात
परम प्रभु को अपने अन्दर देखो।
-अज्ञात
अपने आपको जानो।
-सुकरात
जो ईश्वर की इच्छा है वह होकर रहेगा। भाग्य को मत कोसो, अपना कर्म ईमानदारी से करो।
-अज्ञात
सकल ब्रह्माण्ड में ईश्वर से बढ़कर कलाकार दूसरा कोई नहीं है।
-यजुर्वेद
ईश्वर के अनगिनत नाम हैं, क्योंकि उसकी लीलाएँ अनंत हैं।
-महात्मा गाँधी
'मैं परमात्मा हूँ' कहने भर से कोई परमात्मा नही बन जाता, जैसे 'मैं करोड़पति हूँ' कहने मात्र से कोई करोड़पति नहीं बन जाता।
-नन्दलाल
जिसके मन में कपट है, वह कभी ईश्वर को नहीं पा सकता।
-ऋषि अंगिरा
अंहकार मिटा दे, ईश्वर मिल जायेगा।
-कबीरदास
कण-कण में भगवान् है।
-ब्रह्म सूत्र
एक ईश्वर के अलावा सबकुछ असत्य है।
-मुण्डक उपनिषद्
एक ईश्वरीय शक्ति ही अजेय है।
-ऋषि अंगिरा
मनुष्य ईश्वर की सर्वोत्कृष्ट रचना है।
-अग्नि पुराण
ईश्वर ही हमारा आश्रयदाता है और शक्तिदाता भी। वही आपातकाल में हमारी सबसे बड़ी सहायता करता है।
-सामवेद
उत्साह प्रेम का फल है, जिसमें सच्चा प्रभु प्रेम होता है, वही उसके दर्शन के लिए उत्सुक होता है।
-अबू उस्मान
चाहे मन्दिर तोड़ दो, मस्जिद तोड़ दो, गिरजाघर तोड़ दो, पर प्यार की इमारत न तोडो। यह खास खुदा का घर है। -उमर खय्याम
अपने मन का द्वार सदा साफ़ और खुश रखो तो ईश्वर का प्यार और प्रकाश मिलता रहेगा।
-अज्ञात
जहाँ योगेश्वर हैं, जहाँ धनुर्धारी पार्थ हैं, वहां श्री है, विजय है, वैभव है और अचल नीति है - ऐसा मेरा मत है।
-श्रीमद्भगवत गीता
-अज्ञात
परम प्रभु को अपने अन्दर देखो।
-अज्ञात
अपने आपको जानो।
-सुकरात
जो ईश्वर की इच्छा है वह होकर रहेगा। भाग्य को मत कोसो, अपना कर्म ईमानदारी से करो।
-अज्ञात
सकल ब्रह्माण्ड में ईश्वर से बढ़कर कलाकार दूसरा कोई नहीं है।
-यजुर्वेद
ईश्वर के अनगिनत नाम हैं, क्योंकि उसकी लीलाएँ अनंत हैं।
-महात्मा गाँधी
'मैं परमात्मा हूँ' कहने भर से कोई परमात्मा नही बन जाता, जैसे 'मैं करोड़पति हूँ' कहने मात्र से कोई करोड़पति नहीं बन जाता।
-नन्दलाल
जिसके मन में कपट है, वह कभी ईश्वर को नहीं पा सकता।
-ऋषि अंगिरा
अंहकार मिटा दे, ईश्वर मिल जायेगा।
-कबीरदास
कण-कण में भगवान् है।
-ब्रह्म सूत्र
एक ईश्वर के अलावा सबकुछ असत्य है।
-मुण्डक उपनिषद्
एक ईश्वरीय शक्ति ही अजेय है।
-ऋषि अंगिरा
मनुष्य ईश्वर की सर्वोत्कृष्ट रचना है।
-अग्नि पुराण
ईश्वर ही हमारा आश्रयदाता है और शक्तिदाता भी। वही आपातकाल में हमारी सबसे बड़ी सहायता करता है।
-सामवेद
उत्साह प्रेम का फल है, जिसमें सच्चा प्रभु प्रेम होता है, वही उसके दर्शन के लिए उत्सुक होता है।
-अबू उस्मान
चाहे मन्दिर तोड़ दो, मस्जिद तोड़ दो, गिरजाघर तोड़ दो, पर प्यार की इमारत न तोडो। यह खास खुदा का घर है। -उमर खय्याम
अपने मन का द्वार सदा साफ़ और खुश रखो तो ईश्वर का प्यार और प्रकाश मिलता रहेगा।
-अज्ञात
जहाँ योगेश्वर हैं, जहाँ धनुर्धारी पार्थ हैं, वहां श्री है, विजय है, वैभव है और अचल नीति है - ऐसा मेरा मत है।
-श्रीमद्भगवत गीता
प्रेरक अनमोल विचारों तथा कथनों का विशाल संग्रह पढ़ें :
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