रोबिन शर्मा
आप जिस चीज को सबसे ज्यादा पाना चाहते हो पहले उसे देना सीखें।
~रोबिन शर्मा
“Give out what you most want to come back.”
~Robin S. Sharma
<====>
हमसे से हर व्यक्ति इस दुनिया में किसी खास मकसद के लिए है। इसलिए पुरानी बातों को भूलें और भविष्य के निर्माता बने।
~ रोबिन शर्मा
“We are all here for some special reason. Stop being a prisoner of your past. Become the architect of your future.”
~Robin S. Sharma
<====>
~ रोबिन शर्मा
“You can’t make someone feel good about themselves until you feel good about
yourself.”
~Robin S. Sharma
<====>
~रोबिन शर्मा
“The smallest of actions is always better than the noblest of intentions.”
~ Robin S. Sharma
<====>
~रोबिन शर्मा
“Dreamers are mocked as impractical. The truth is they are the most practical, as their innovations lead to progress and a better way of life for all of us.”
~ Robin S. Sharma
<====>
अगर आपका जीवन विचारने के योग्य है तो फिर ये लिखने योग्य भी है।
~रोबिन शर्मा
“If your life is worth thinking about,it is worth writing about.”
~Robin S. Sharma
<====>
समाज जो भी सोचता है उसमे मुझे कोई दिलचस्पी नहीं है, महत्वपूर्ण ये है मैं अपने आपको कैसे देखता हूँ। मैं जनता हूँ की मैं क्या हूँ, और मैं अपने काम की कीमत जनता हूँ।
~रोबिन शर्मा
“What the society thinks is of no interest to me. All that's important is how I see myself. I know who who I am. I know the value of my work.”
~Robin S. Sharma,
<====>
सफलता कभी-कभी सिर्फ सही निर्णय लेने का परिणाम ही नहीं है बल्कि ये कुछ निर्णय लेने का परिणाम है। ~रोबिन शर्मा
“Sometimes success isn't about making the right decision, it's more about making some decision.”
~ Robin S. Sharma
<====>
अपने आप पर निवेश करना आपके जीवन में किया गया सबसे अच्चा निवेश होगा। ये न ही आपके जीवन को बेहतर बनाएगा बल्कि ये आपके आस पास के लोगों का जीवन भी सवारेगा।
~रोबिन शर्मा
“investing in yourself is the best investment you will ever make. it will not only improve your life, it will improve the lives of all those around you.”
~Robin S. Sharma
<====>
साधारणता की शक्ति को कभी नजरंदाज न करें
~रोबिन शर्मा
“never overlook the power of simplicity”
~Robin S. Sharma
<====>
जीवन का उद्देश्य ही उद्देश्य का जीवन है .
~रोबिन शर्मा
“the purpose of life is the life of purpose”
~Robin S. Sharma
<====>
मैंने एक बार पढ़ा था -जो लोग दूसरों को पढ़ते और समझते हैं वो बुद्धिमान होते हैं लेकिन जो लोग खुद को पढ़ते और समझते हैं वो प्रबुध्ध होते हैं।
~रोबिन शर्मा
“I once read that people who study others are wise but those who study themselves are enlightened".”
~Robin S. Sharma
<====>
हर चीज का दो बार निर्माण होता है, पहली बार मन में और आखिरी बार वास्तविकता में।
~रोबिन शर्मा
“Everything is created twice, first in the mind and then in reality.”
~Robin S. Sharma
<====>
क्या आप ऐसा जीवन व्यय्तीत करेंगे को दूसरों की इच्छा पर आधारित होगा या फिर अपनी सच्चयो या सपनो पर आधारित।
~रोबिन शर्मा
“Would you rather live your life according to the approval of others or aligned with your truth and your dreams?”
~Robin S. Sharma
<====>
गुलाब देने वाले लोगों के हाथों में उसकी थोड़ी खुशबू सटी ही रह जाती है।
~रोबिन शर्मा
“A little bit of fragrance always clings to the hands that gives you roses”
~Robin S. Sharma
<====>
मस्तिस्क एक बेहतरीन नौकर है, लेकिन एक बेहद खतरनाक मालिक।
~रोबिन शर्मा
“The mind is a wonderful servant, but a terrible master.”
~Robin S. Sharma
<====>
जीवन बड़ा सपने देखने वालों और क्रन्तिकारी विषार वालों का हमेशा परीक्षा लेती है।
~रोबिन शर्मा
“Life tests the big dreamers the Passionate revolutionaries.”
~Robin S. Sharma
<====>
परिवर्तन शुरुआत में बेहद कठिन होता है, बेहद अस्त-व्यस्त बीच में और सबसे अंत में सबसे अच्छा।
~रोबिन शर्मा
“Change is hardest at the beginning, messiest in the middle and best at the end.”
~Robin S. Sharma
<====>
बड़े और महान लोग, लोगों को छोटा नहीं दिखाते।
~रोबिन शर्मा
“Big people don't make people feel small.”
~Robin S. Sharma
<====>
क्या आप जो करते हैं या जो हैं उसके लिए श्रेय लेना चाहते हैं - तो फिर दूसरों को श्रेय देने वाले बने।
~रोबिन शर्मा
“Want more credit for all you do and who you are? Be the one who gives credit to others.”
~Robin S. Sharma
<====>
हर महान विचारक का शुरू में उपहास किया जाया है - और अंततः पूजा।
~रोबिन शर्मा
“All great thinkers are initially ridiculed – and eventually revered.”
~Robin S. Sharma
No comments:
Post a Comment